जिंदगी है ।
जिंदगी है...
तमाम मुश्किलों से बीच भी
थोडा मुस्कुरा लेना भी जिंदगी है ..।
झंझावातों के बीच भी
थोडा हँस लेना जिंदगी है..।।
कोई किसी का हमदर्द नही
इसके बाद भी जी लेना जिंदगी है..।।
कौन कहता है सिर्फ संघर्ष ही है यहां
कभी बिना बहाने के भी हँस लेना जिंदगी है..।
हमसफ़र के साथ पूरा सफर तय करना है
कभी कुछ दूर अकेले भी चल लेना जिंदगी है..।।
हर पल एक समस्या बेचैन रहती लिपट जाने को
उनसे खुद हँस के लिपट जाना भी कभी जिंदगी है..।।
अपनों से तो बहुत शिकवे रहते हैं
कभी गैरों को भी कुछ सुना देना जिंदगी है..।।
अपनों के साथ हर कोई जी लेता है
कभी गैरों के साथ जी लेना भी जिंदगी है..।।
रूठ जाने के बहाने बहुत हैं जहाँ में
कभी बिना बात पर रूठ जाना भी जिंदगी है..।।
अच्छों को तो हम अक्सर अच्छा कह देते
कभी बुरों को भी अच्छा कह देना भी जिंदगी है..।।
हम रोज देखते हैं कुछ नया सपना
कभी किसी और का सपना बन जाना भी जिंदगी है..।।
बड़ों के सामने झुकना मजबूरी है मानों
कभी छोटों के सामने झुक जाना भी जिंदगी है..।।
शिकवे बहुत हैं इस जिंदगी से सबको
कभी सब कुछ भूल के जी लेना भी जिंदगी है..।।
रोज करते हैं हम इंतजार उनका
कोई दिन बिना इंतजार के जी लेना भी जिंदगी है...।।
विकास चन्द्र मिश्र
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